Monday, June 29, 2015

चेकिंग के दौरान पकड़ में नहीं आते ये सेक्स टॉयज इकनॉमिक टाइम्स| Jun 29, 2015, 08.49 AM IST

हरसिमरन जुल्का, नई दिल्ली

राज अर्मानी ने वहां कुछ ऐसी चीजें डिस्प्ले में रखीं जो वह अपनी वेबसाइट पर बेचते हैं। उनकी साइट्स पर परफ्यूम, मस्कारा, हेयर ब्रश वगैरह बिकता है, जो हर औरत के हैंडबैग में मिल जाएंगी। लेकिन यह, 'जो दिखता है, वो होता नहीं', जैसा मामला था। लिपस्टिक और मस्कारा असल में वाइब्रेटर्स और हेयरब्रश मसाजर थे। उन्होंने दावा किया था कि किसी को इनकी असलियत का पता नहीं चलेगा। सचमुच ऐसा ही हुआ। उस शाम स्टारबक्स को इस डिस्प्ले में कुछ अलग नहीं लगा। ये चीजें टेस्ट में पास हो गईं।

आईएमबेशरमडॉटकॉम के 36 साल के फाउंडर राज कहते हैं, 'ये बदले हुलिए वाले सेक्स टॉयज हैं। इनका पता कस्टम्स, एयरपोर्ट या लग्जरी होटेल, कहीं भी सिक्यॉरिटी चेक में नहीं चलता।' ऐसे ज्यादातर प्रॉडक्ट्स की कीमत 2,500 से 4,000 रुपये के बीच है और कस्टमर्स रईस हैं।

अमेरिका के अटलांटा में अपने घर से इंडिया फोकस्ड स्टार्टअप चलाने वाले राज कहते हैं, 'हमने बॉलीवुड स्टार्स से लेकर सरकारी दफ्तरों यहां तक कि रईस इलाकों तक में ऑर्डर डिलिवर किए हैं। इसमें टॉप पोजिशन के लिए मुंबई और दिल्ली में होड़ लगी रहती है।' सरकार को अपने एंप्लॉयीज की खरीदारी के तौर तरीकों के बारे में पता नहीं होगा।

2003 में अमेरिका गए हैदराबाद के फॉर्मर फैशन गारमेंट रिटेलर राज बताते हैं, 'सबसे महंगा प्रॉडक्ट 5 लाख रुपये का था, जो हमने चेन्नै के एक कस्टमर को भेजा था। यह हवा भरकर फुलाई जानेवाली एक डॉल थी।' उन्होंने दो फैमिली मेंबर्स के साथ 2012 में शुरू की इस कंपनी में $12 लाख का सीड कैपिटल लगाया है।

इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के मुताबिक 2500 करोड़ रुपये के अनुमानित सेक्शुअल वेलनेस और अडल्ट टॉयज मार्केट में सेंध लगाने वाली कुछ कंपनियों में एक आईएमबेशरम भी है। हाल ही में दो बड़ी कंपनियां मार्केट में आई हैं- दैट्सपर्सनल और प्राइवेटलीयूर्स। छोटी कंपनियों में ओमायसेक्रेट्स, शायचार्ट और मसालाटॉयज शामिल हैं।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस मार्केट में कॉम्पिटीशन नहीं होने की एक सिंपल वजह है। सेक्शुअल रिवॉल्यूशन की बात सभी करते हैं लेकिन अपनी इच्छाओं के बारे में कुछ कहने से शर्माते हैं। इससे वेबसाइट्स उनके लिए अच्छा माध्यम हैं। जहां दूसरे सेगमेंट्स कस्टमर बनाने के लिए डिस्काउंट देते हैं, यहां मार्जिन 100 से 200 पर्सेंट है।

ऐसी साइट चलाने के लिए हौसला भी जरूरी होता है। दैट्सपर्सनल के हेड माइक्रोसॉफ्ट के फॉर्मर ऐग्जिक्युटिव समीर सरैया हैं जो फ्लिपकार्ट और स्नैपडील की कामयाबी से प्रभावित होकर 2012 में सिंगापुर से इंडिया आए थे। बाद में उनको समझ में आ गया कि फैशन, इलेक्ट्रॉनिक्स और बेबीकेयर का भी मार्केट हाथ से निकल चुका है। सरैया कहते हैं, 'लेकिन सेक्शुअल वेलनेस में बहुत कम प्लेयर्स हैं।' उनके एंजेल इन्वेस्टर्स में MSN इंडिया के फॉर्मर हेड जसप्रीत बिंद्रा, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के जनरल मैनेजर नेविल तारापोरवाला और DSG कन्जयूमर पार्टनर्स के एमडी दीपक शहदादपुरी शामिल हैं। साइट दिसंबर 2013 में लॉन्च हुई थी। इन्वेंटरी पहले महीने ही बिक गई।

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